मोदा - भाजपा के लोग ओबीसी वोटों पर चुनकर आते हैं, लेकिन जब ओबीसी को अधिकार देने का समय आता है तो खामियां निकाल देते हैं। बीजेपी को सत्ता में आए ९ साल हो गए हैं, लेकिन अभी तक सरकार ने ओबीसी की जातिवार जनगणना नहीं कराई है, उलटे सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देकर कहा है कि ऐसा नहीं होगा. ओबीसी बहुजन बच्चे हैं स्कूल बंद कर शिक्षा और रोजगार से दूर रखा जा रहा है। ऐसे में भाजपा सरकार आरक्षण खत्म करने का महापाप कर रही है। प्रदेश में ७२ ओबीसी छात्रावास स्वीकृत तो हुए हैं, लेकिन अभी तक शुरू नहीं हो सके हैं।
अगर बिहार सरकार जातिवार जनगणना कर सकती है तो महाराष्ट्र सरकार क्यों नहीं ? | जातिवार जनगणना कराने से क्यों डर रही है बीजेपी ? बीजेपी को ओबीसी लोगों को जवाब देना चाहिए, क्योंकि ओबीसी समाज जागरूक हो रहा है, इसलिए उन्हें ओबीसी वोट नहीं मिलेंगे, यह समझ हु बीजेपी ने यह यात्रा निकाली और बीजेपी इस यात्रा के जरिए सिर्फ ओबीसी समुदाय को गुमराह करने की कोशिश कर रही है, लेकिन ओबीसी समुदाय ऐसा नहीं करेगा भाजपा की इस गाजर यात्रा का शिकार बनें। ऐसी जानकारी जगदीश वादीभास्मे तालुकाध्यक्ष- संबाजी ब्रिगेड, मौदा जिला अध्यक्ष- भारतीय ओबीसी शोषित संगठन एवं ओबीसी जनमोर्चा, नागपुर