डॉ. बाबासाहेब आंबेडकरांच्या लेखनावरील सेन्सॉरशीपची 61 वर्षे ? डॉ. बाबासाहेब आंबेडकरांची मूळ प्रस्तावना का गाळली ? मी बुद्धाकडे कसा वळलो ? - बी. आर. आंबेडकर "मला नेहमी विचारला जाणारा एक प्रश्न म्हणजे- मी इतके उच्चस्तरीय शिक्षण कसे काय घेतले? दुसरा प्रश्न म्हणजे- बुद्ध धम्माकडे माझा कल कसा काय झुकला
हिंगणा : समता सैनिक दल व श्रावस्ती बुद्धविहार शाखा राजीव नगरच्या वतीने डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर यांच्या महापरिनिर्वाणदिनी 'एक नोटबुक, एक पेन' उपक्रम राबवून महामानवाला अभिवादन करण्यात आले. यावेळी संविधान प्रास्ताविकेचे वाचन केल्यानंतर घनश्याम फुसे, मुन्ना डहाट यांच्या हस्ते मानवंदना
आंबेडकरी साहित्य संमेलन का शुभारंभ पारंपारीक मराठी साहित्य में ग्रामीण जीवन का चित्रन शहरी वाचकों को भाया है. ग्रामीण जीवन का चित्रण याने ग्रामीण साहित्य नहीं है बल्की ग्रामीणों के शोषण का अंत करनेवाले साहित्य को ही ग्रामीण साहित्य कहा जा सकता है इसी लिए आंबेडकरी साहित्य ही ग्रामीणों के शोषण का
राजनांदगांव | बुद्ध पूर्णिमा बौद्ध धर्म में आस्था रखने वालों का एक प्रमुख त्यौहार है। यह बैसाख माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। बुद्ध पूर्णिमा के दिन ही गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था, इसी दिन उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हुई थी और इसी दिन उनका महानिर्वाण भी हुआ था। 563 ई.पू. बैसाख मास की पूर्णिमा को बुद्ध का जन्म
भगवान बुद्ध और उनका धम्म - लेखक - डॉ. भीमराव आम्बेडकर भगवान बुद्ध और उनका धम्म यह डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा रचित प्रसिद्ध ग्रन्थ है। इस ग्रन्थ में डॉ. अम्बेडकर ने भगवान बुद्ध , महात्मा बुद्ध के विचारों की व्याख्या की है। यह तथागत बुद्ध के जीवन और बौद्ध धम्म के सिद्धान्तों पर प्रकाश डालता है। यह