चंद्रपुर - राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ का राज्यस्तरिय अधिवेशन यशवंतराव चव्हाण प्रतिष्ठान मुंबई में लिया गया. बिहार में ओबीसी प्रवर्ग की जातिनिहाय जनगणना करने का निर्णय लिया है. उसी के तर्ज पर महाराष्ट्र में भी प्रयास चलाने की जानकारी राज्य के अन्य पिछड़े व बहुजन कल्याण मंत्री अतुल सावे ने राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ के अधिवेशन में दी. उन्होंने कहा कि विदेश में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की संख्या 50 से बढ़ाकर 100 की जाएगी. गैर पेशेवर विद्यार्थियों को भी छात्रावास में प्रवेश मिलेगा. राज्य सरकार समक्ष कुल 31 मांगों का ज्ञापन पेश किया गया और इस संबंध में एकतरफा प्रस्ताव पारित किया गया.
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने रायपुर के अधिवेशन में कहा कि केंद्र में जातिवार जनगणना और ओबीसी मंत्रालय स्थापित करने का श्रेय राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ को मिलना चाहिए. इस समय ओबीसी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. बबनराव तायवाडे, प्रकाश भगत, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले, पूर्व राज्य मंत्री परिणय फुके, पूर्व मंत्री विधायक विजय वडेट्टीवार, विधायक किशोर जोरगेवर, पूर्व विधायक दिगंबर विशे, ओबीसी फेडरेशन के महासचिव सचिन राजुरकर, समन्वयक अशोक जीवतोड़े, भालचंद्र ठाकरे, विधायक वजाद मिज शरद वानखेड़े, मुकेश नंदन, प्रा. शेषराव बेलेकर, गुनेश्वर अरीकर, अविनाश लाड, सुभाष घाटे, सुरेंद्र कुमार, महिला प्रदेश अध्यक्ष कल्पना मानकर, ऋषभ राऊत, किसन बोंद्रे, चेतन शिंदे, शाम लेडे, प्रकाश साबले, उमेश पाटिल, प्रकाश पवार आदि उपस्थित थे.
राष्ट्रीय ओबीसी पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष हंसराज अहीर, विधान परिषद विधायक सुधाकर अडबाले, अभिजीत वंजारी का सत्कार किया गया. नेशनल ओबीसी फेडरेशन के अध्यक्ष डा. बबनराव तायवाड़े के नेतृत्व में ओबीसी के लिए न्याय की मांग को लेकर आजाद मैदान में धरना दिया गया. इस समय राज्यभर से राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ, ओबीसी युवा महासंघ, नेशनल ओबीसी एम्प्लाइज फेडरेशन, महिला फेडरेशन, स्टूडेंट्स फेडरेशन, लायर्स फेडरेशन, किसान फेडरेशन उपस्थित थे. प्रस्तावना एकनाथ तारमले व संचालन मनोहर मडके ने किया. आभार अमर राऊत ने माना.
Satyashodhak, obc, Mahatma phule, dr Babasaheb Ambedkar, Bahujan