औरंगाबाद । अखिल भारतीय तेली महासभा बिहार प्रदेश के सदस्यों ने हालिया समय में कोर्ट के फैसले के बाद नगर निकाय चुनाव को स्थगित करने पर प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामबहादुर प्रसाद गुप्ता एवं अन्य सदस्यों ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि यह निर्णय अति पिछड़ा समाज के साथ घोर अन्याय है । अति पिछड़ा समाज के लोग चुनाव मैदान में डट कर खड़े थे।अपनी जमा पूंजी भी लगा चुके थे और मतदान से 4 दिन पूर्व चुनाव प्रक्रिया पर रोक लगा दी जाती हैं यह निर्णय अदूरदर्शिता पूर्ण है एवं इसके लिए जो भी दोषी हो उन्हें बिहार का अति पिछड़ा समाज कभी माफ नहीं करेगा। अति पिछड़ा समाज के जो भी प्रत्याशी रहे हैं, वे गरीब तबके से आते हैं उन्होंने अपनी सारी जमा पूंजी चुनाव प्रचार में लगा दी । आज उनके सामने विकट परिस्थिति आ चुकी है । सरकार एवं कोर्ट का निर्णय भविष्य में जो भी होगा वह अति पिछड़ों के साथ एक नाइंसाफी का पर्याय बनकर आनेवाला है । समय रहते यदि अति पिछड़ा समाज के साथ न्याय नहीं होता है तो पूरे बिहार में अति पिछड़ा समाज के लोग सड़कों पर उतर आएंगे और सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन के लिए संकल्पित हो जाएंगे । आरक्षण पर पूर्व के निर्णय का हवाला दिया जाता है तो अति पिछड़ों के लिए कहीं से भी कोई व्यवस्था नहीं थी आज एक दशक से अति पिछड़ा समाज के लोग स्थानीय तौर पर प्रतिनिधि बनकर आ रहे थे ऐसे समय में अन्य समाज के लोगों ने एक साजिश के तहत अति पिछड़ों को दबाने का कार्य किया ।