नागपुर - राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय ने शिक्षा शुल्क में 20 फीसदी की वृद्धि की है. इसका सभी स्तर पर विरोध किया जा रहा है. शुल्क वृद्धि को रद्द करने की मांग को लेकर राष्ट्रीय ओबीसी विद्यार्थी महासंघ की ओर से उपकुलपति सभाष चौधरी को ज्ञापन दिया गया. साथ ही एमकॉम व एमएससी में 20 फीसदी सीटें बढ़ाने की भी मांग की गई. महासंघ की ओर से बताया गया कि 2 वर्ष से कोरोना के कारण परीक्षा ऑफलाइन नहीं हो सकी. साथ ही छात्रों के विकास से संबंधित कोई भी उपक्रम नहीं चलाये गये. इसके बावजूद विवि द्वारा शुल्क में वृद्धि की गई जबकि छात्र व पालक मुसीबत में हैं, अतिवृष्टि से किसानों को काफी नुकसान हुआ है. कई जगह तो पूरी फसल ही बह गई है. विवि में ग्रामीण भागों के छात्र अधिक हैं. इस हालत में शुल्क वृद्धि नहीं की जानी चाहिए. स्थिति सामान्य होने के बाद शुल्क वृद्धि की जा सकती हैं. महंगाई की वजह से पाठ्य सामग्री की कीमतें भी बढ़ गई हैं. इस हालत में छात्रों को राहत दी जानी चाहिए. साथ ही एमकॉम और एमएससी में प्रवेश बढ़ने की वजह से महाविद्यालयों में 20 फीसदी सीटें बढ़ाई जानी चाहिए.