पिछड़ा वर्ग का प्रशिक्षण शिविर 26 को
रायपुर, 24 जून । अखिल भारतीय पिछड़ा वर्ग संघ से संबद्ध ओबीसी संयोजन समिति छत्तीसगढ़ के तत्वाधान में 26 जून रविवार को स्थान दानवीर भामाशाह साहू छात्रावास टिकरापारा में पिछड़ा वर्ग के अंतर्गत आने वाले सभी जातियों को एक झंडे के नीचे संगठित कर सभी सार्वजनिक व निजी क्षेत्रों में आबादी के अनुसार समान भागीदारी दिलाने के लिए ओबीसी जन-जागरण अभियान के माध्यम से ओबीसी वर्ग को शिक्षित व जागृत कर देश और प्रदेश में ऐसी स्थिति पैदा करनी है कि ओबीसी के सामाजिक, राजनैतिक व बौद्धिक संगठनों को एक मंच में लाकर जाति प्रथा की सीढ़ीनुमा कुव्यवस्था को खत्म कर मौजूदा व्यवस्था में परिवर्तन लाने छत्तीसगढ़ राज्यस्तरीय ओबीसी प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित किया गया है ।
इस कार्यक्रम में इंद्र कुमार सिंह चंदापुरी राष्टीय अध्यक्ष अ. भा. पि.वर्ग संघ मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे, ओबीसी संयोजन समिति के संस्थापक व राष्ट्रीय महासचिव अ. भा. पि. वर्ग संघ अधिवक्ता शत्रुहन सिंह साहू ने विज्ञप्ति में बताया कि बहुसंख्यक ओबीसी समाज की समस्या ही देश की पुनर्निर्माण की समस्या है जिसकी समाधान के लिए मंडल कमीशन को पूर्णतः लागू करने सहित 8 सूत्रीय मांगपत्र दिनांक 14 फरवरी 2020 को संघ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंपकर मांग किया कि जिस प्रकार विशेषाधिकार का प्रयोग कर सामान्य वर्ग को आबादी के अनसार 10प्रतिशत का आरक्षण दिया गया है ठीक उसी तरह संविधान केअनुच्छेद 15(4) और 16(4) में संशोधन कर ओबीसी के लिए भी 27 प्रतिशत आनुपातिक आरक्षण को बढ़ाकर आबादी के अनुसार 52 प्रतिशत किया जावे। संघ के प्रदेश अध्यक्ष हरीश सिन्हा ने आगे बताया कि केंद्र सरकार ने 1990 में व सुप्रीम कोर्ट के नौ जजों की पीठ ने 1992 में ओबीसी के सामाजिक, आर्थिक व राजनीतिक उत्थान के लिए आंशिक रूप से 27 प्रतिशत आरक्षण लागू करने का आदेश दिया था वह आजादी के 75 साल बाद भी दूर का सपना ही रह गया है जिसे लागू ना कर छत्तीसगढ़ के 52प्रतिशत आबादी वाले ओबीसी समाज को 27 प्रतिशत की जगह केवल 14 प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है। संघ के कोषाध्यक्षनोहर लाल साहू एवम पूर्णकालिक प्रचारक टिकेश्वर ने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले, छत्रपति शाहूजी महाराज, आजादी के महानायक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पेरियार नायकर एवं त्याग मूर्ति आर एल चंदापुरी के कड़े संघर्षों से पिछड़े वर्गों में उपजी जनजागृति को सामंतवादी ताकतों के द्वारा कुचलने के लिए धर्मभेद, जाति-भेद, वर्ण-भेद, क्रमिक ऊंच-नीच की भावना फैलाकर भारतीय समाज की एकता को छिन्न भिन्न करने का पुरजोर कोशिश की जा रही है । संगठन के पूर्णकालिक प्रचारक नारायण साहू ने कहां की देश को अखंड और सोने की चिड़िया बनाने के उद्देश्य से ओबीसी संयोजन समिति छत्तीसगढ़ के द्वारा ओबीसी समाज को शिक्षित जागृत और संगठित करने के लिए चलाया जा रहा कैडर कैंप ओबीसी आंदोलन को नई दिशा देगी।