मध्य प्रदेश में निकाय और पंचायत चुनाव पर राजनीति तेज हो गई है और इतनी लड़ाई लड़ने के बाद भी पिछड़ा वर्ग को आरक्षण के नाम पर उचित हक नहीं मिला और मध्य प्रदेश सरकार भी पिछड़ा वर्ग का पक्ष मजबूती से नहीं रख पाए और पिछड़ा वर्ग को 14 % आरक्षण देने की बात कही जा रही है ओबीसी महासभा के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश प्रभारी निरपाल सिंह मुडारी के नेतृत्व में ओबीसी महासभा के बंद के कार्यक्रम के अंतर्गत नगर के मंडी प्रांगण में एकत्रित होकर नगर में रैली के रूप में मुख्य मार्गों से होते हुए तहसील कार्यालय पहुंचे जहां पर बंडा अनु.अधिकारी प्रकाश नायक को अपनी मांगों के संबंध में ज्ञापन सौंपा ज्ञापन के माध्यम से सरकार को अवगत कराया गया है कि पिछड़ा वर्ग की लड़ाई ओबीसी महासभा कई वर्षों से लड़ रही है और मध्य प्रदेश सरकार द्वारा पिछड़ा वर्ग का पक्ष मजबूती से नहीं रखा गया.
ओबीसी महासभा के कार्यकर्ताओं ने मध्यप्रदेश सरकार का विरोध कर सरकार विरोधी नारे भी लगाए यंदा थाना प्रभारी अनूप सिंह पुलिस बल के साथ लगातार ओबीसी महासभा के कार्यक्रम में सजग रहे कार्यक्रम में मुख्य रूप से महेंद्र सिंह लोधी विशाल सिंह, आकाश चौधरी भीम आर्मी, बिहारी अहिरवार भीम आर्मी, सचिन, केसरी,चंदन सिंह सरपंच वीरेंद्र सिंह, कल्याण सिंह रलेश राय,अरुण, संदीप ,लक्ष्मण भीम आर्मा, राजेश आठिया समाजवादी पार्टी, राहुल मगरदा, टीका राम साहू सहित बड़ी संख्या में ओबीसी महासभा के कार्यकर्ता उपस्थित रहे भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने भी ओबीसी महासभा के कार्यक्रम को समर्थन दिया समाजवादी पार्टी के राजेश आठिया ने भी ओबीसी महासभा के कार्यक्रम को समर्थन देते हुए कहा कि पिछड़ा वर्ग को जनसंख्या के हिसाब से उनका अधिकार मिलना ही चाहिए प्रदेश प्रभारी निरपाल ने बताया कि ओबीसी महासभा के द्वारा पिछड़ा वर्ग के हकों की लड़ाई के लिए कई वर्षों से लगातार संघर्ष किया जा रहा है पर्यास जनसंख्या होने के बावजूद भी सभी दल ओबीसी के नाम पर सिर्फ राजनीति कर रहे हैं और कोई भी दल पिछड़ा वर्ग को उनका अधिकार नहीं दिला पाए, भीम आर्मी से लक्ष्मण अहिरवार ने बताया कि भीम आर्मी पिछड़ा वर्ग की इस लड़ाई में ओबीसी महासभा के साथ है और पिछड़ा वर्ग को उनका अधिकार मिलना ही चाहिए।
रत्नेश राय ने बताया कि सभी राजनैतिक दल पिछड़ा वर्ग का वोटों के लिए इस्तेमाल तो करते हैं लेकिन उन्हें उनका अधिकार नहीं दिला पाते और यदि पिछड़ा वर्ग को जनसंख्या के हिसाब से आरक्षण नहीं मिलता है तो ओबीसी महासभा पिछड़ा वर्ग के हितों की लड़ाई के लिए संघर्ष करती रहेगी।
Satyashodhak, obc, Mahatma phule, dr Babasaheb Ambedkar, Bahujan