चंद्रपुर - राज्य में ओबीसी, बीजे एनटी, एसबीसी विद्यार्थियों के लिए 72 छात्रावास शुरू करने, स्वाधार योजना, विदेशी छात्रवृत्ति देने की मांग पिछले काफी समय से की जा रही है. लेकिन सरकार द्वारा ध्यान नहीं देने से गुरुवार को गांधी चौक में ओबीसी सेवा संघ की ओर से मूसलाधार बारिश में भीख मांगो आंदोलन किया गया. इससे जमा हुई राशि सरकार को छात्रावास शुरू करने के लिए भेजी गई. पिछले 6 वर्षों से ओबीसी विद्यार्थियों के 72 छात्रावास शुरू करने का मुद्दा प्रलंबित है. इसे हल नहीं किए जाने के कारण ओबीसी समाज के विद्यार्थियों का काफी नुकसान हो रहा है.
गरीब परिवार के बच्चे हताश : ओबीसी सेवा संघ ने कहा कि राज्य सरकार का वित्त विभाग व अन्य पिछड़ा बहुजन कल्याण विभाग इस मुद्दे पर गंभीर नहीं है. इसलिए ओबीसी विद्यार्थी छात्रावास व स्वाधार योजना से वंचित है. ग्रामीण क्षेत्र के कई विद्यार्थियों ने छात्रावास शुरू होगा इसलिए जिले के महाविद्यालयों में प्रवेश लिया. लेकिन अब तक छात्रावास शुरू नहीं हुए हैं. ऐसे में आर्थिक तंगी से जूझ रहे विद्यार्थी काम कर शिक्षा हासिल कर रहे हैं. गरीब परिवारों के कई विद्यार्थी हताश हो गए हैं. स्कूल, महाविद्यालय शुरू होकर 3 से 4 महीने बीत गए हैं, किंतु 7,200 विद्यार्थियों के लिए 72 छात्रावास, 21,600 विद्यार्थियों के लिए सावित्रीबाई फुले स्वाधार योजना, 75 विद्यार्थियों के लिए विदेश छात्रवृत्ति बेजना शुरू नहीं की गई है.
जानबूझकर रोकी जा रहीं योजनाएं - राज्य सरकार द्वारा उक्त योजनाओं को जानबूझकर रोकने का आरोप ओबीसी सेवा संघ ने लगाया. इन योजनाओं पर अमल नहीं करने से विद्यार्थियों पर अन्याय हो रहा है. 52 प्रश से अधिक मेहनती, अन्नदाता समाज की शासन को परवाह नहीं है. शासन के पास ओबीसी विद्यार्थियों के हितों के लिए निधि नहीं है. इसलिए सभी बातों को ध्यान में रखते हुए सरकार का निषेध करने के लिए गांधी चौक परिसर में भीख मांगों सत्याग्रह आंदोलन के माध्यम से भीख मांगकर जमा राशि को सरकार के पास भेजा गया. इसका संज्ञान लेकर सरकार न्याय दें अथवा आंदोलन अधिक तीव्र करने की चेतावनी ओबीसी सेवा संघ के जिलाध्यक्ष प्रा. अनिल डहाके ने दी. इस समय ओबीसी सेवा संघ के जिला महासचिव एड. विलास माथनकर, भाविक येरगुडे, प्रलय महशाखेत्री, अक्षय येरगुडे, भूषण पुसे, गीतेश शेंडे आदि ने आंदोलन में हिस्सा लिया.
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