पटना ।अखिल भारतीय पिछड़ा वर्ग संघ अपने ७५वें स्थापना दिवसको सामाजिक न्याय दिवसके रूपमें मनाययेगी। संघके राष्ट्रीय अध्यक्ष इन्द्र कुमार सिंह चन्दापुरीने संघ कार्यालयमें आयोजित संवाददाता सम्मेलनमें बताया कि राष्ट्रव्यापी पिछड़ा वर्ग आन्दोलनके सूत्रधार व प्रख्यात स्वतंत्रता सेनानी रामलखन चंदापुरीने देशके नवनिर्माणमें पिछड़े वर्गोंकी सक्रिय भूमिकाको कायम करनेके उद्देश्यसे १९४७ में १० सितम्बरको अखिल भारतीय पिछड़ा वर्ग संघ की स्थापना पटनामें की थी।१० सितम्बरको इस वर्ष ७५ वर्ष पूरा होनेपर संघ अपना प्लैटिनम जुबली स्थापना दिवस मनायेगी। उन्होंने बताया कि संघ अपने स्थापना दिवसको सामाजिक न्याय दिवसके रूपमें मनायेगा। इस अवसरपर एएन सिन्हा इंस्टीच्यूट में आयोजित कार्यक्रमका उद्घाटन छत्रपति शिवाजी व राजर्षि छत्रपति साहूजी महाराजके वंशज श्रीमंत छत्रपति संभाजी महाराज करेंगे। कार्यक्रम में जद यू नेता व पूर्व मंत्री श्रवण कुमार, बिहार विधान सभाके उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी, पूर्व मंत्री शीला मंडल, सांसद चन्देश्वर प्रसाद चंद्रवंशी सहित अन्य पिछड़ा वर्गके नेतागण भाग लेंगे। उन्होंने बताया कि कार्यक्रमकी सफलताके लिए २१ सदस्यीय स्वागत समितिका गठन संघके बिहार प्रदेश अध्यक्ष सुधीर कुमार पटेल की अध्यक्षतामें किया गया है।
श्री चंदापुरीने बिहारमें हुए हालिया सत्ता परिवर्तनको सामाजिक न्यायकी शक्तियोंकी जीत बताया एवं इसकी निर्णायक पहल करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमारको बधाई दी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा जातीय जनगणना बिहारमें कराये जानेकी पृष्ठभूमिको आधार मानते हुए देशभरमें जातीय जनगणना करानेकी मांग की।
उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना से ही पिछडों अति पिछड़ों, दलितों, आदिवासियोंकी वास्तविक सामाजिक, शैक्षणिक, आर्थिक स्थितिका पता चल सकता है । इससे उनके हितमें योजनाओंका निर्माण एवं संचालन करने में मदद मिल सकती है।
संवाददाता सम्मेलनमें संघके राष्ट्रीय प्रधान महासचिव पवनदेव चंद्रवंशी, उपाध्यक्ष लक्ष्मी प्रजापति, मो. एकबाल अहमद, महासचिव कृष्णनन्दन साव, संगठन मंत्री रंजीत पटेल सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे।
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