बस स्टैण्ड के आसपास, अम्बेडकर चौक, काली मंदिर,तुलसी मार्ग,ताली, बिलौंजी की बंद थी अधिकांश दुकानें, ओबीसी आरक्षण को लागू कराने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
सिंगरौली 21 मई। ओबीसी महासभा का प्रदेश व्यापी बंद का असरजिले में मिला-जुला दिखा । शनिवार की सुबह ओबीसी महासभा सहित अन्य विपक्षी दलों के नेता बस स्टैण्ड, अम्बेडकर चौकी, काली मंदिर, तुलसी मार्ग, मस्जिद चौक, ताली, बिलौंजी की दुकानों को बंद कराने में जुटे रहे। इस दौरान दुकानदारों ने भी उनके बंद के आह्वान का समर्थन किया । इस दौरान पुलिस पूरी तरह से एलर्ट रही ।
दरअसल 27 प्रतिशत आरक्षण दिलाये जाने को लेकर ओबीसी महासभा ने आज प्रांत व्यापी बंद का आह्वान किया था । इस बंद के आह्वान में ओबीसी महासभा के अलावा कांग्रेस, आम आदमी पार्टी सहित अन्य राजनैतिक दलों के नेता व कार्यकर्ता शनिवार की सुबह करीब 8 बजे से शहर की दुकानों को बंद कराने में जुट गये। बैढ़न में स्थित अधिकांश दुकानें सुबह 10 बजे के बाद ही खुलती हैं । फिर भी खुली दुकानों को बंद कराने ओबीसी महासभा के बैनर तले पहुंच प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और कहा कि जब 27 प्रतिशत आरक्षण देने के लिए प्रस्ताव पास हुआ था। फिर प्रदेश सरकार ने उच्चतम न्यायालय में बेहतर तरीके से पक्ष क्यों नहीं रखा। आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार पिछड़ा वर्ग हितैषी नहीं है । जिसके चलते नगरीय निकाय व त्रि-स्तरीय पंचायती चुनाव में केवल 14 प्रतिशत ही आरक्षण का लाभ मिल पायेगा । विपक्षी राजनैतिक दलों के नेताओं ने भाजपा सरकार को आड़े हाथो लिया। सिंगरौली में बंद का असर रहा । हालांकि तहसील व ब्लाक मुख्यालयों में इसका असर कम दिखा । शनिवार की दोपहर महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन भी सौंपा गया । इस दौरान पूर्व मंत्री वंशमणि प्रसाद वर्मा, रामशिरोमणि शाहबाल, ननि पूर्व महापौर रेनू शाह, जिला पंचायत पूर्व अध्यक्ष अशोकशाह, इंदु सोनी, बच्ची देवी पनिका, पिछड़ा वर्ग नेता रामलखन शाह, उसैद सिद्दीकी एडवोकट, स्वास्थलाल सोनी, रामगोपाल पाल, सुदामा प्रसाद सहित सैकड़ों की संख्या में महिलाये, पुरुष बंद के आह्वान में पैदल मार्च करते रहे। वहीं सुरक्षा के भी व्यापक इंतजामात थे । वहीं भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा ।