पटना : राजद ने जाति के आधार पर आबादी की गिनती के मुद्दे पर केंद्र सरकार को आगाह किया है कि ऐसा नहीं हआ तो जनगणना का बहिष्कार होगा । राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने कहा कि जनगणना के जिन आंकड़ों से देश की बहुसंख्यक आबादी का भला नहीं होता हो तो फिर जानवरों की गणना वाले आंकड़ों का क्या हम अचार डालेंगे ! केंद्र सरकार से हम जातिगत जनगणना करवा कर ही रहेंगे ।
लालू प्रसाद एवं तेजस्वी यादव ने इस मुद्दे पर बुधवार को अलग-अलग बयान जारी कर कहा कि जातिगत जनगणना नहीं कराई गई तो देश के सभी पिछड़े-अति पिछड़े के साथ अनुसूचित जाति एवं अल्पसंख्यक समुदाय के लोग जनगणना का बहिष्कार करेंगे । बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने केंद्र से पूछा कि पिछड़ी-अति पिछड़ी जातियों की गणना क्यों नहीं कराई जा रही ? क्या इसलिए कि यह ज्ञात हो जाएगा कि कैसे चंद लोग सत्ता प्रतिष्ठानों, संस्थानों व संसाधनों पर कुंडली मारकर बैठे हैं । तेजस्वी ने कहा कि यह राजद की पुरानी मांग है । राजद प्रमुख के प्रयास और पहल के चलते सन 2010 में तत्कालीन संयुक्त प्रगतिशील सरकारने जातिगत गणना कराने का निर्णय लिया था ।
Satyashodhak, obc, dr Babasaheb Ambedkar