नवीन समाज स्थापन झाल्यावर करण्याची कामे
१) शक्य तितक्या लवकर समाजाकरिता एक जागा घ्यावी व तेथे नियमितपणे आठवड्यांतून निदान पंधरवड्यांतून एकवेळ सभा भरवावी.
२) समाजामार्फत एक वाचनालय काढावें. ते समाजाच्या जागेत किंवा दुसऱ्या सोयीच्या जागी ठेवाव. त्यात कमीत कमी ३ तरी वर्तमानपत्रे घ्यावी.
३) वाचनालयाचे
अधिवेशन - धरणगावात सत्यशोधक समाज संघाच्या बैठकीत विचारमंथन
धरणगाव - सत्यशोधक चळवळीचा इतिहास प्रेरणादायी असून सत्यशोधक विचारांवर चालण्याची गरज आहे. असे आवाहन सत्यशोधक समाज संघाचे राज्य सचिव डॉ. सुरेश झाल्टे यांनी केले. ते येथील संत सावता माळी समाज पंचमंडळ, मोठा माळीवाडा समाज भवनात सत्यशोधक समाज
किसानों के मसीहा थे छोटूराम, सरदार पटेल ने उनके बारे में कही थी ये खास बात. चौधरी सर छोटूराम जी का जन्म 24 नवंबर, 1881 में झज्जर, हरियाणा के एक छोटे से गांव गढ़ी सांपला में बहुत ही साधारण परिवार में हुआ था. उन्होंने ब्रिटिश शासन में किसानों के अधिकारों के लिए आवाज बुलंद करने के लिए जाना जाता था. वे पंजाब प्रांत
क्या विज्ञान की तरक्की से अंधविश्वास खत्म हो रहा है? यदि 7 दिन के लिए विज्ञान की बनाई हुई वस्तु को बंद कर दिए तो क्या होगा? आज विज्ञान का प्रकाश सभी तरफ तेजी से फैल रहा है लेकिन क्या इस आधुनिक कहे जाने वाले समाज से अंधविश्वास का अंधेरा खत्म हो रहा है? यह सवाल अंधविश्वास से छुटकारा पाने वाले हर एक व्यक्ति
राजतंत्र उसे कहते थे जब तलवार के दम पर राज होता था, जो ताकतवर होता था, संगठित होता था, जिनके पास छल, बल की राजनीति होती थी। वही लोग राजतंत्र मे राज करते थे कि हम ही ताकतवर हैं इसलिए हम ही तुम्हारे ऊपर राज करेगें हम ही निर्धारित करेगें कि तुम्हें कितना रोजगार देना चाहिए? तुम्हें क्या खाना चाहिए, तुम्हें क्या