कैथल, 16 दिसम्बर : जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल द्वारा जारी धरना आज 446वें दिन भी जारी रहा, जिसकी अध्यक्षता कलीराम प्यौदा ने की।
उन्होंने कहा कि यह धरना तब तक जारी रहेगा जब तक जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल की मांगों का समाधान नहीं होता। हम चाहते है कि जिला प्रशासन जल्द से जल्द इस मसले का समाधान करें, रिटायर्ड कर्मचारी संघ के जिला प्रधान रमेश हरित ने कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकारों को निजीकरण तुरंत बंद कर देना चाहिए। आज निजीकरण से देश का बहुत नुक्सान ही हुआ है, हमारे देश में पहले से ही रोजगार कम है और निजीकरण की मार से रोजगार और भी कम होंगे।
निजीकरण से देश के कुछ ही लोगों को लाभ होता है तथा आम जनता का शोषण ही अधिक होता है। देश के युवा रोजगार की तलाश में विदेशों की ओर मुंह कर रहे है, बड़े पैमाने पर हमारे युवाओं का, हमारी प्रतिभाओं का इस देश से पलायन हो रहा है, ऐसे में देश के लोग भ्रमित भी हो रहे तथा शोषण का शिकार भी हो रहे है तथा हमारी काबिलियत पर भी प्रश्नचिन्ह खड़े हो रहे है।
बहुत ही दुख की बात है कि कभी हमारा देश विश्व गुरु कहलाता था, दूसरे देशों के युवा यहां शिक्षा ग्रहण करने के लिए आते थे, लेकिन अब इस देश का युवा, दूसरे देशों में शिक्षा ग्रहण करने के लिए तथा रोजगार के लिए पलायन कर रहा है, यह हमारे लिए बहुत बड़ी गिरावट है और हमारे लिए बेहद शर्म की बात है ।
इस गिरावट को दूर करने के लिए सरकार के साथ साथ जनता की भी अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए कि जनता भी इसके लिए सकारात्मक भूमिका निभाए, संसद में युवाओं द्वारा किया गया दुस्साहस इसी का परिणाम है, केंद्र सरकार को इन युवाओं की बात को सुनना चाहिए।
जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल द्वारा जारी धरना आज 446 दिन पूरे कर चुका है, लेकिन अभी तक जनहित में उठाई गई शिक्षा संबंधी बातों और मुद्दों का आज तक कोई समाधान नहीं हुआ है, फिर कौन सा रास्ता बचता है।
सरकार को युवाओं की बातों को सुनने का कार्यक्रम भी बनाना चाहिए। अब जिला उपायुक्त महोदय कैथल ने समाधान का आश्वासन दिया है। धरने पर आज मंगता पाई, भीम सिंह तितरम, सतबीर प्यौदा, बलवंत धनोरी, दुनी तितरम उपस्थित थे।
Satyashodhak, dr Babasaheb Ambedkar, Bahujan